Saudi Arab : नियोक्ता के खिलाफ की हरताल तो पंजाब का युवक 9 महीने से जेल में बंद
Saudi Arab : सऊदी में 9 महीने से जेल में बंद है भारतीय युवक अब उसके परिवार वालों ने गुहार लगाई है। पंजाब के रूपनगर जिले के कुंभेवाल गांव के 33 वर्षीय सुरेन्द्र सिंह पुत्र गुरदीप सिंह गांधी अपनी सजा पूरी होने के बावजूद पिछले 9 महीनों से सऊदी अरब की जेल से रिहाई का […]

Saudi Arab : सऊदी में 9 महीने से जेल में बंद है भारतीय युवक अब उसके परिवार वालों ने गुहार लगाई है। पंजाब के रूपनगर जिले के कुंभेवाल गांव के 33 वर्षीय सुरेन्द्र सिंह पुत्र गुरदीप सिंह गांधी अपनी सजा पूरी होने के बावजूद पिछले 9 महीनों से सऊदी अरब की जेल से रिहाई का इंतजार कर रहे हैं। मिडिया से बात करते हुए पीड़ित परिवार ने दुखी मन से कहा कि उनका बेटा सुरेन्द्र सिंह जो ढाई साल पहले रोजी रोटी कमाने के लिए ड्राइवर की नौकरी करने सऊदी अरब गया था। जहां 15 जनवरी 2023 को कासिम शहर की एक कंपनी द्वारा वेतन न दिए जाने के कारण सुरेन्द्र सिंह और उनके साथियों ने हड़ताल कर दी, जिससे नाराज कंपनी मालिक ने उन्हें और उनके साथियों को जेल में डाल दिया।
आप के लिए सुर्खियाँ
आप के लिए चुनी गई खबरें
- Saudi Arab : डेढ़ महीने बाद सऊदी से लौटा भारतीय व्यक्ति ...
- Saudi Arab : अब इस देश पर भड़का सऊदी , गुस्से से हुई आंख...
- Saudi : क्या सिर्फ एक फोटो की वजह से मचा है इतना बवाल
खास खबरें
- इसे भी पढ़ें: Saudi India : भारत ने भी किया सऊदी पर पलटवार ,दे दिया बड़ा झटका
- इसे भी पढ़ें: Saudi Arab: सऊदी में बिना परमिट के देश में घुसे , तो हो सकती है आजीवन कारावास
विज्ञापन
- ऑफर: केवल 30 रुपये प्रति माह के लिए सर्वश्रेष्ठ होस्टिंग खरीदें यहां क्लिक करें
Also Read – Saudi Arab : आखिर क्यों दोस्त बन रहे है दो दुश्मन देश ,सऊदी का क्या है प्लान ?
नियोक्ता ने फंसाया
वहां थाने में हिरासत में लिए गए सुरेन्द्र सिंह पर मालिक के कहने पर बार-बार माफीनामा देने का दबाव डाला गया। जब सुरेन्द्र सिंह ने हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया तो मालिक ने उसे झूठे मामले में फंसा दिया और छह महीने के लिए जेल में डलवा दिया। सजा पूरी हुए भी तीन माह बीत गए लेकिन उन्हें रिहा नहीं किया जा रहा है।
सरकार करें मदद
Also Read – Saudi IDL : कामगार अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस पर कितने दिन चला सकता है गाड़ी ?
ताजा जानकारी के मुताबिक पीड़ित परिवार ने बताया कि उनके बेटे और वहां की कोर्ट ने 3 हजार रियाल का जुर्माना लगाया है। उन्होंने कहा कि हम एक गरीब परिवार हैं, कई खर्चों और बीमारियों के कारण हम जुर्माना भरने में असमर्थ हैं और दूसरी बड़ी समस्या यह है कि उन्हें कुछ भी समझ नहीं आ रहा है कि यह जुर्माना कैसे चुकाया जाए। उन्होंने भारत सरकार से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर उनके बेटे को रिहा करने की मांग की है। इधर पंजाब मोर्चा की टीम पीड़ित परिवार के पक्ष में उतर आई है।
अस्वीकरण
कहानी सिंडिकेटेड फ़ीड के माध्यम से प्रकाशित हुई.
यह कहानी एक कंप्यूटर प्रोग्राम द्वारा ऑटो-एग्रीगेट की गई है और इसे व्यूज टीम द्वारा बनाया या संपादित नहीं किया गया है...
स्रोत: URL
प्रकाशक: Gaya Digest