Strange: भारत के इस जगह लंगर में बाटी जाती है अंग्रेज़ी दारू, पीने वाले ग्लास लेकर लगाते हैं लाइन
Strange: भारत में कई तरीके की परंपराएं व मान्यताएं हैं कई ऐसी परंपरा है जिसे सुनकर हम कभी-कभी हैरान रह जाते हैं। अगर आपसे पूछा जाए कि आप मंदिर जाते हैं तो चढावे के रूप में क्या ले जाते हैं तो आपका सीधा जवाब होगा, फल या फिर मिठाई। लेकिन आपको बता दे कि भारत […]

Strange: भारत में कई तरीके की परंपराएं व मान्यताएं हैं कई ऐसी परंपरा है जिसे सुनकर हम कभी-कभी हैरान रह जाते हैं। अगर आपसे पूछा जाए कि आप मंदिर जाते हैं तो चढावे के रूप में क्या ले जाते हैं तो आपका सीधा जवाब होगा, फल या फिर मिठाई। लेकिन आपको बता दे कि भारत में कई ऐसे मंदिर भी हैं जिनमे चढ़ने वाला प्रसाद ऐसा होता है कि इसके बारे में सुनकर आप चौंक जाएंगे। इन्हीं में से एक मंदिर है बाबा रोडा जी का दरबार….. यह मंदिर क्यों खास है चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से
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बाबा रोडा के नाम से जाने जाने वाला यह मंदिर इसलिए प्रसिद्ध है क्योंकि यहां पर प्रसाद के रूप में ना तो मिठाई ना ही फल और ना ही पकवान चढ़ाए जाते हैं यहां पर प्रसाद के तौर पर व्हिस्की की बोतल चढ़ाई जाती हैं। जी हां यह रिवाज इस मंदिर में सदियों से चला आ रहा है।
क्या है मान्यता?
दरअसल सदियों पुरानी मान्यता है कि यहां पर किसी के भी घर में पुत्र नहीं था जिसको लेकर एक व्यक्ति इस मंदिर में आया था जिसने 1 साल यहां पर रहकर बाबा की सेवा की इसके बाद उसके घर पुत्र ने जन्म लिया। खुश होकर उसे व्यक्ति ने जब बाबा से पूछा कि वह उनको क्या भेंट करें दोनों ने दरबार में रह रहे व्यक्तियों की सेवा का आदेश दिया। दरबार में रह रहे व्यक्तियों ने व्हिस्की के लिए क्या है जिसके बाद वह व्यक्ति हर रोज दरबार में एक व्हिस्की लेकर चढावे के लिए आता था और तब से प्रसाद के रूप में यहां पर व्हिस्की की बोतल चढ़ाई जाने लगी।
प्रसाद के रूप में मिलती है व्हिस्की
जो भी व्यक्ति इस मंदिर में आता है वह प्रसाद के रूप में यहां पर चढावे के लिए व्हिस्की लेकर आता है इसके बाद यह व्हिस्की बाबा को चढ़ाई जाती है और प्रसाद के रूप में सभी को भेट दी जाती है।
अस्वीकरण
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प्रकाशक: Gaya Digest